कामना
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भारतवर्ष की पवित्र व पावन-भूमि पर जन्म लेकर अनेकों साहित्यकारों ने यश व प्रसिद्धि की सीढ़ियां चढ़ीं। और पूरे विश्व में भारत के यश व गौरव को आलोकित किया।
Description
ऐसे ही अनेकों साहित्यकारों में श्री गुरुदत्त का नाम भी अजर व अमर है। पेशे से वैद्य होने के बावजूद इनकी रगों में साहित्य सृजन की लहर दौड़ती थी। जिसका आगाज इन्होंने ‘स्वाधीनता के पथ पर’ नामक उपन्यास से किया और यश व प्रसिद्धि की सीढ़ियों पर चढ़ते चले गए और लगभग 200 उपन्यासों का लेखन किया और चोटी के उपन्यासकारों में अपना एक अलग मुकाम स्थापित किया।
Additional information
Weight | 100 kg |
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