ममता
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भारतीय साहित्यकार में श्री गुरुदत्त जी का नाम अजर व अमर है। इनके द्वारा लिखे गये उपन्यास कथानक व रोचकता की दृष्टि से अत्यन्त ही सफल हैं। अपने प्रथम उपन्यास से ही श्री गुरुदत्त चोटी के उपन्यासकारों की श्रेणी में आ गये थे और फिर एक के बाद एक इन्होंने अनेकों उपन्यासों का लेखन किया।
Description
हमारे भारत की पवित्र व पावन भूमि से अनेकों महान साहित्यकारों ने जन्म लिया है जिनकी प्रसिद्धि व यश पूरे विश्व में भारत के नाम को आलोकित करता है।
ऐसे ही महान साहित्यकारों में श्री गुरुदत्त का नाम अजर व अमर है। अपने पहले उपन्यास ‘स्वाधीनता के पथ पर’ के प्रकाशन के बाद ये प्रसिद्धि व यश की सीढ़ियों पर चढ़ते गये और चोटी के उपन्याकारों की
श्रेणी में अपना एक अलग मुकाम बना लिया।
ऐसे ही महान साहित्यकारों में श्री गुरुदत्त का नाम अजर व अमर है। अपने पहले उपन्यास ‘स्वाधीनता के पथ पर’ के प्रकाशन के बाद ये प्रसिद्धि व यश की सीढ़ियों पर चढ़ते गये और चोटी के उपन्याकारों की
श्रेणी में अपना एक अलग मुकाम बना लिया।
Additional information
Weight | 100 kg |
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